माजीसा धोरा धरती में थांरो.....
स्थाई: माजीसा धोरां धरती में थांरो देवरो,
देवरो, देवरो ।
टोळा भगतां रा आवे रे दिन रात,
माजीसा धोरां धरती में थांरो देवरो ॥
माजीसा गाँव जसोल मन्दिर आप रो,
आप रो, आप रो ।
थारे दरसण ने आवे रे नर नार,
माजीसा गाँव जसोल मन्दिर आप रो ॥
मावड़ी मिन्दर तो लागे थारो सोवणो,
सोवणो, सोवणो ।
ज्यां री धजा रे फरूके असमान,
मावड़ी मिन्दर तो लागे थारो सोवणो ॥
माजीसा दूर देशां रा आवे जातरी,
जातरी, जातरी ।
थारे मिन्दर में बोले रे जयकार,
माजीसा दूर देशां रा आवे जातरी ॥
माजीसा भोग चढ़ावे थारे चूरमा,
चूरमा, चूरमा ।
मैया पूरीजो सकल री आस,
माजीसा भोग चढ़ावे थारे चूरमा ॥
माजीसा कळजुग में साँचो थांरो देवरो,
देवरो, देवरो ।
थांरी न्यारी है जगत सूं बात,
माजीसा कळजुग में साँचो थांरो देवरो ॥
माजीसा दास अशोक आयो आसरे,
आसरे, आसरे ।
नैया भवसागर सूं कीजो मैया पार,
माजीसा दास अशोक आयो आसरे ॥
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