Kanji Para Utho Ankho Maathe Bhajan Lyrics कानजी परा उठो नी आँखों माथे

कानजी परा उठो नी आँखों माथे....  


स्थाई:- कानजी परा उठो नी आँखों माथे आयो तावड़ियो। 
रात रा भजनो में ग्या था, मोड़ो आवणियो।।

उठो कानजी मुखडो धोवो, जल है जमना रो। 
गोपियाँ झारी ले आवे, घड़ी न आवड़ियो।।

उठो कानजी दातन कर लो, दातन केरि रो। 
दासियाँ दातन ले आवे, घड़ी न आवड़ियो।।


उठो कानजी भोजन कर लो, पतला फाफरियो। 
गोपियाँ जिमावण आई, घाले माखणियो।।

चालो कानजी गायां चरावो, बाजे मोरलियो। 
गोपियाँ तो बाटां जोवे, कोनी आवड़ियो।।

बाई मीरां री अरज वीणती, सुणजो कृष्ण मुरार। 
शरणे आयो री लज्जा राखजो, रूकमण रा भरतार।।
                       ✪✪✪✪✪   

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