राम से बड़ा राम का नाम......
दोहा:- राम नाम सबसे बड़ा, इससे बड़ा न कोय।
अपने बल तो रावण बड़े, जो लंका देवे खोय।।
स्थाई:- राम से बड़ा राम का नाम, राम से बड़ा राम का नाम।
अन्त में यही आयेगा तेरे काम, राम से बड़ा राम का नाम।।
वो अभिमानी डूब जाएंगे, जिनके मुख नहीं राम।
वो पत्थर भी तिर जाएंगे, जिनपे लिखा है श्री राम।।
बिना सेतु के सागर को कभी, लांघ सके ना राम।
लांघ गये हनुमान उसी को, लेकर राम का नाम।।
नामी को तो चिन्ता हो रही, नाम न हो बदनाम।
द्रोपदी ने जब पुकारा, झट आए घनश्याम।।
राम नाम का सुमिरण कर ले, कौड़ी लगे न दाम।
नाम की डोरी बंध करके ही, आयेगे श्री राम।।
नत्थासिंह सुमिरण कर प्रभु का, बन जा दास गुलाम।
राम नाम भज ले सुबहा को, शाम को सीताराम।।
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