चानणी भादव री रे बीज....
दोहा: कौल कर्यो करूणानिधि,
ले आया अवतार ।
पालणिये में प्रगटिया, रामा राजकुमार ॥
स्थाई: आऽऽ चानणी भादव री रे,
बीज भाई म्हारा चानणी भादव री रे बीज ।
ऊगियो आथुणे दिश नव चानणो रे जी ॥
आऽऽ ऊगियो सोना रो सूरज आज भाई म्हारा
ऊगियो सोना रो सूरज आज ।
सेहस किरणां रो स्वामी अवतर्यो रे जी ॥
आऽऽ बाजिया अजमल रे रे ढोल भाई म्हारा
बाजिया अजमल री पोल्यां ढोल ।
ढोल थाळी रे बाज्या महल में रे जी ॥
हेऽऽ कुंकुं पगल्या मांड्या रे आज भाई रे
कुंकु पगल्या मंडिया रे आज ।
केसर चन्दन रा कँवले छांटणा रे जी ॥
आऽऽ फुलड़ा बरसावे रे मेह इन्दर
फूलां रो बरसावे रे मेह ।
रंग रा बरसावे बादळ देवता रे जी ॥
आऽऽ पृथ्वी रा पालणियाँ रे हार देखो
पृथ्वी रा पालणियाँ रे हार ।
अजमल घर हींडे देखो पालणे रे जी ॥
आऽऽ आया रे बळदाऊ सागे श्याम देखो
आया रे बळदाऊ सागे श्याम ।
गोकुळ मथुरा फिर धोरां देश में रे जी ॥
हेऽऽ मोटा बीरमदे छोटा राम भाई रे
मोटा बीरमदे छोटा राम।
माता मेणा दे रा लाला लाडला रे जी ॥
आऽऽ सजिया रे नगरी रा रे द्वार देखो
सजिया रे नगरी रा रे द्वार ।
गावे गड़का सूं गोर्यां गीतड़ा रे जी ॥
आऽऽ बँटे बधायां मंगळा चार घर-घर बँटे
बधायां मंगळाचार ।
नाचे कोडां सूं बांधे गूंगरा रे जी ॥
आऽऽ छायो छायो हरख ऊमाव नगर में
छायो-छायो आणंद ऊछाव।
लाडां कोडां सूं झूमे मानखो रे जी ॥
हेऽऽ लीनो रे नारायण अवतार भूमि पर
लीनो रे नारायण अवतार ।
तरसे दरसण ने देवी देवता रे जी ॥
आऽऽ धरियो रे ब्रह्माजी ब्राह्मण रूप भाई
म्हारा धरियो रे ब्रह्माजी ब्राह्मण रूप ।
नारायण लीला देखण पूगिया रे जी ॥
आऽऽ शिवजी आया बण के बाळीनाथ,
भाई म्हारा शिवजी आया बण के बाळीनाथ ।
खेलन्ता आँगण हर रे जोवियो रे जी ॥
आऽऽ झणके रे झाँझरिया रूणझुण राग रंग है
झणके रे झाँझरिया रूणझुण राग ।
ठुमके ठाकुर जी पगल्या ठाविया रे जी ॥
हेऽऽ मधरे बोले मीठा-मीठा मोर,
भाई भाई मधरे बोले मीठा-मीठा मोर ।
चिड़कलियाँ चहकत दरशे राम ने रे जी ॥
आऽऽ हिवड़े में उफणायो रे हेज माता
हिवड़े में उफणायो रे हेज।
झारी गंगाजळ हरजी सांभड़े रे जी ॥
आऽऽ लोयां माँहि काजळियो लगाय मेणा दे
हर रे नेणां सुरमो सजाय ।
काजळ रो काळो टीको काढियो रे जी ॥
आऽऽ मोतियाँ री माळा हीरां हार हरि रे
मोतियाँ री माळा हीरां हार ।
कुरतो कसूंबल धोळी धोवती रे जी ॥
हेऽऽ मंगवावो माँदळियो मंतराय
मावड़ी मोलावो माँदळियो मतराव ।
निजरां ऊतारे टूणा टोटका रे जी ॥
आऽऽ पेलो परचो देवे रे मात मेणा दे ने
पेलो परचो देवे रे प्रतिपाल ।
चूल्हे उफणतो दूध ढाबियो रे जी ॥
आऽऽ बाळ हठ कीनो रे बालक राम
लीनो रे बाळक हठ राम ।
घोड़ो मंगवादे माता घूमस्यूं रे जी ॥
आऽऽ कपड़ा रो घोड़लियो बणवाय
अजमलजी कपड़ा रो घोड़लियो सिलवाय।
दरजी लायो रे बाळक राम रे रे जी ॥
हेऽऽ उडिया रे आकाशां रे माँय बापजी
उड़िया रे आकाशां रे माँय।
घर का घबराए सुध बुध भूलिया रे जी ॥
आऽऽ गायां रे चरावे रे आज कांकड़ में
गायां रे चरावे रे आज ।
दड़ियाँ रमतोड़ा दड़बड़ दौड़िया रे जी ॥
आऽऽ बैठा रे परवत रे रे माँय बाळीनाथ
बैठा रे परवत रे रे माँय ।
झाँकी नारायण जोगी जो रयो रे जी ॥
आऽऽ आवे रे भैरूड़ो विकराळ भाई म्हारा
आवे रे भैरूड़ो विकराळ।
गूदड़ ओढायो हरि ने नाथजी ।
हेऽऽ खेंचत गूदड़ी ने हार्यो देत भैरूड़ो
खेंचत गूदड़ी ने हार्यो देत ।
भिड़मल भिड़िया रे भैरू मारियो रे जी ॥
आऽऽ बिणजारो मिसरी री बाळध लाय बजारां,
बिणजारो मिसरी री बाळध लाय ।
पूछ्यो हरि मिसरी लूण बतावियो रे जी ॥
आऽऽ सगळी मिसरी रो बणग्यो लूण भाई म्हारा,
बणगो रे सब मिसरी रो लूण।
पड़ियो पगां में पछतावियो रे जी ॥
आऽऽ रम रया रामतिया बणाय
साथीड़ा सूं रमे रे कमाल ।
मूरत बणाया मूरत जूंझिया रे जी ॥
हेऽऽ बिना ब्याही बकरियां रो दूध रामसा
बिना ब्याही बकरियां रो दूध ।
तिरसा ग्वाळा ने प्रभुजी तारियो रे जी ॥
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