गोकुळ हालो ने गायों चरावो....
स्थाई:- गोकुळ हालो ने गायों चरावो,
मुरली री राग सुणावो रे सांवरिया।
मुरली री राग सुणावो रे बनवारी,
गोकुळ हालो गिरधारी।।
आपरे कारणिये बाग लगाया,
घूमण रे मिस आवो रे सांवरिया।
घूमण रे मिस आवो रे बनवारी,
गोकुळ हालो गिरधारी।।
आपरे कारणिये भोजन बणाया,
जीमण रे मिस आवो रे सांवरिया।
जीमण रे मिस आवो सांवरिया,
गोकुळ हालो गिरधारी।।
आपरे कारणिये होद चिणाया,
नहावण रे मिस आवो रे सांवरिया।
नहावण रे मिस आवो रे सांवरिया,
गोकुळ हालो गिरधारी।।
आपरे कारणिये झूला लगाया,
झूलण रे मिस आवो रे सांवरिया।
झूलण रे मिस आवो रे बनवारी,
गोकुळ हालो गिरधारी।।
चन्द्रसखी री अरज वीणती,
बेड़ो पार लगावो रे सांवरिया।
बेड़ो पार लगावो रे बनवारी,
गोकुळ हालो गिरधारी।।
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