थने तो मनावां म्हारी आशापुरी
दोहा:- देवा में देवी बड़ी, बड़ी आशापुरी माँय।
हाथ जोड़ ने अरज करूँ , माँ कीजो म्हारी सहाय।।
स्थाई:- थने तो मनावां म्हारी आशापुरी है माँ, जगदम्बा है माँ।
शरणे आयां री लजिया राखजो ए माँ।।
पेलो रे अवतार माजी आबूगढ़ां रे माँय।
अधरदेवी कहिजे जग री जोगणी ओ माँ।।
दूजो रे अवतार माता नाड़ोलगढ़ रे माँय।
आसा तो पुरावे म्हारी आशापुरा रे माँ।।
तीजो रे अवतार माता विरातरा रे माँय।
वांकल माँ कहिजे जग री जोगणी रे माँ।।
चौथो रे अवतार माता ओसियां रे माँय।
सांचल माता कहिजे जग री जोगणी रे माँ।।
पाँचवो अवतार माता सुन्धा पर्वत माँय।
चामुण्डा तो कहिजे जग री जोगणी रे माँ।।
छठो रे अवतार माता बिलाड़ा रे माँय।
आई माता कहिजे जग री जोगणी रे माँ।।
सातवो अवतार माता जसोलगढ़ रे माँय।
भटियाणी कहिजे जग री जोगणी रे माँ।।
आठवो अवतार माता देशनोक रे माँय।
करणी माता कहिजे जग री जोगणी रे माँ।।
थने रे मनावे माता सोनगरा जालोर।
थने रे मनावे सिरोही रा देवड़ा रे माँ।।
लुळे लुळे ने लाखण करे नमस्कार।
टाबरियाँ बालकियाँ ने शरणे राखजो ए माँ।।
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