कैसे आऊँ मैं कन्हैया तेरी
स्थाई:- दूर नगरी रे बड़ी दूर नगरी, दूर नगरी रे बड़ी दूर नगरी।
कैसे आऊँ मैं कन्हैया तेरी गोकुल नगरी, बड़ी दूर नगरी हाँ।
दूर नगरी रे बड़ी दूर नगरी।।
जमना जल जाऊँ काना, पायल मोरी बाजे।
पायल मोरी बाजे, पायल मोरी बाजे।
जमना जल जाऊँ काना, पायल मोरी बाजे।
चपत चलूं तो मेरी छलके गगरी, बड़ी दूर नगरी।।
रात में आऊँ तो कान्हा, डर मोहे लागे।
डर मोहे लागे, शरम मोहे लागे।
रात में आऊँ तो कान्हा, डर मोहे लागे।
दिन में आऊँ तो, देखे सारी नगरी, बड़ी दूर नगरी।।
तेरी नगरी में कान्हा चोर बसत है।
चोर बसत है, लुटेर बसत है।
तेरी नगरी में कान्हा, चोर बसत है।
लूट लेवे जी, मोरी नथ चुनरी, बड़ी दूर नगरी।।
मीरां बाई गावे प्यारा, गिरधर रा गुण।
गिरधर रा गुण, मोहन रा गुण।
मीरां बाई गावे प्यारा, गिरधर रा गुण।
तुम्हरे दरश, बिन हो गई बावरी, बड़ी दूर नगरी।।
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