शबद री लागी वे सो जाणे.....
दोहाः लागी लागी सब कहे,
लागी नहीं लिगार ।
लागी हरिरे नाम री,
हुई कलेजे पार ॥
स्थाई: भजन री लागी वे सो जाणे,
गाफिल काँहि जाणे भाई ।
काँहि जाणे भाई ओ,
गाफिल काँहि जाणे भाई ।
शबद री लागी वे सो जाणे,
गाफिल काँहि जाणे भाई ॥
अंका लागी बंगा लागी,
लागी मोर सवाई ।
सुआ पढावत गणिका लागी,
लागी मीरां बाई ॥
राम रे लागी, लखन रे लागी,
लागी सीता माँई ।
हनुमानजी के ऐसी लागी,
कूदे समदर माँहि ॥
हेमदास सुदामा के लागी,
रविदास के ताँहि ।
गोपीचन्द भरतरी रे लागी,
राज छोड़ वन जाई ॥
लागी जिण रे ऐड़ी लागी,
आर पार हो जाई ।
दास कबीर रे ऐड़ी लागी,
राम भजन गुण गाई ॥
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