टाबरियो ने टूंगे मारे
स्थाई:- मास भादरवा में भैंस वियोणी, टाबरियो ने टूंगे हि मारे।
थारी ममता चढ़गी हिमाले, थारी ममता ने थुड़की मारे।
खोटी-खोटी नजरों भाले रोम थारो दाड़ो कीकण वाले, हो जी।।
खोटी-खोटी नजरों भाले रोम थारे सोमी कीकणभाले, ओ जी।।
रबारियों रे घरे बकरी वियोणी, बचियो ने तो उन्धो टेरे।
थारी ममता रे चढ़गी हिमाले, थारी ममता ने थुड़की मारे।
बकरियों ने तो पोन चरावे, पछे जाय माता ने चढ़ावे।
थारी ममता ने थुड़की मारे, थारी ममता रे चढ़गी हिमाले।।
सासरिया ती साली आवे, पछे पोंच पेहराये ने मेले।
थारी ममता रे चढ़गी हिमाले, थारी ममता ने थुड़की मारे।
सासरिया ती बहन आव, भायों गहणों रे सामी भाले।
थारी ममता ने क्यूं नहीं मारे, थारी ममता रे चढ़गी हिमाले।।
वोणियो रे घर में मिनकी पाले, विने रढियोडा दूध पावे।
थारी ममता रे चढ़गी हिमाले, थारी ममता ने थुड़की मारे।
सांझ पड़े तो घर में वाले, पछे मिनकी तो उन्दरा ही मारे।
थारी ममता ने थुड़की मारे, थारी ममता रे चढ़गी हिमाले।।
एड़ा मिनक रो अंत बुरो है, जमड़ा तो आय ले जावे।
थारी ममता रे चढ़गी हिमाले, थारी ममता ने थुड़की मारे।
जाय नाक में राळे, पछे उन्दो पटक ने मारे।
थारी ममता ने थुड़की मारे, थारी ममता रे चढ़गी हिमाले।।
दोय कर जोड़ ब्रह्मानंद बोले, भगती में जीव लगावे।
थारी ममता ने थुड़की मारे, थारी ममता रे चढ़गी हिमाले।।
राम नाम रो सुमिरण कर लो, वो ही थने पार लगावे।
थारी ममता चढ़गी हिमाले, थारी ममता ने थुड़की मारे।।
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