ठुमक-ठुमक कर चाल भवानी
दोहा:- सिंह चढ़े देवी मिले, गरुड़ चढ़े भगवान।
बैल चढ़े शंकर मिले, पूरण सिद्ध हो काम।।
स्थाई:- ठुमक-ठुमक कर चाल भवानी, झांझर रे झणकार,
भवानी म्हारी जगदम्बा, दुर्बल रे हलकारे बेगा आवजो रे।।
घेर घुमाळो पहर गागरो, ओढ़ण दिखणी रो चीर,
भवानी म्हारी जगदम्बा, रेशम केरी पेरो मैया काँचली रे।।
पुणचे कोंकण पहर भवानी, गले नवलखो हार,
भवानी म्हारी जगदम्बा, हाथां में बाजूबंद माता पेर लो।।
पग में पायल पहर भवानी, झांझर रो झणकार,
भवानी म्हारी जगदम्बा, बिछियो रे झणकारे बेगा आवजो रे।।थांरी तो माता करुं रे चाकरी, जनम-जनम रे माँय,
भवानी म्हारी जगदम्बा, आरतियाँ री वेला वेगा आवजो रे।।
✪✪✪✪✪
यह भजन भी देखे
0 टिप्पणियाँ