म्हारा मनवा रे नाड़ोल नगरी.....
स्थाई:- म्हारा मनवा रे, नाड़ोल नगरी चाल,
नौरतां रो दिन आयो।
दिन आयो शुभ दिन आयो,
म्हारा मनवा रे, नाड़ोल नगरी चाल,
नौरतां रो दिन आयो।।
आशापुरा माता महाराणी, सिंवरे ज्यां ने जग सारो,
म्हारा मनवा रे, नाड़ोल नगरी चाल,
नौरतां रो दिन आयो।।
लाल धजा ऊँची लहरावे, शिखर है स्वर्ण कलश वालो,
म्हारा मनवा रे, नाड़ोल नगरी चाल,
नौरतां रो दिन आयो।।
गली-गली जयकार गूंजे, आज ख़ुशी रो मन छायो,
म्हारा मनवा रे, नाड़ोल नगरी चाल,
नौरतां रो दिन आयो।।
भगत आसरे जो कोई आवे, खाली झोली भर लावे,
म्हारा मनवा रे, नाड़ोल नगरी चाल,
नौरतां रो दिन आयो।।
महिमा अपरम्पार धाम री, पार नहीं कोई पायो,
म्हारा मनवा रे, नाड़ोल नगरी चाल,
नौरतां रो दिन आयो।।
दास अशोक करे नित सेवा, हर जस माता रो गायो,
म्हारा मनवा रे, नाड़ोल नगरी चाल,
नौरतां रो दिन आयो।।
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