Naag Devata Trahi Maam Bhajan Lyrics नाग देवता, त्राहि माम भजन

 नाग देवतात्राहि माम

स्थाई : विष्णु को शय्या पे सुलाने वाले
शंकर के गले को सजाने वाले। 

नाग देवतात्राहि माम त्राहि माम,
नाग देवतात्राहि माम त्राहि माम।।

कोमल कोमल अंग तिहाराश्याम वरण तेरा लागे प्यारा। 
झिलमिल झिलमिल चाल तुम्हारीआ आ 
झिलमिल झिलमिल चाल तुम्हारी,जैसे जमना जल की धारा 
शेष हजार फनो वालेभगतो की लाज बचाने वाले। 
विष्णु को शय्या पे सुलाने वालेशंकर की जटा में छिप जाने वाले। 
नाग देवतात्राहि माम त्राहि माम।।

सोवे बालक रोवे माताये कैसा अन्याय विधाता। 
ये बालक है तुम पालक होआ आ 
ये बालक है तुम पालक होप्राणदान दोजीवनदान दाता 
शेष हज़ार फनो वाले,भगतो की लाज  बचाने वाले। 
विष्णु को शय्या पे सुलाने वालेशंकर की जटा में छिप जाने वाले। 
नाग देवतात्राहि माम त्राहि माम।।
                                  ✽✽✽✽✽

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