दौड़ा जाए रे समय का घोड़ा.....
स्थाई:
राम नाम
तू रटले
रे बन्दे,
जीवन
है ये
थोड़ा ।
दौड़ा
जाय रे
समय का
घोड़ा ॥
ना
तेरा ना
मेरा बाबू,
इस
घोड़े पर
प्रभु का
काबू ।
परमपिता
ही इसे
चलाता,
दिखा-
दिखाकर कोड़ा,
दौड़ा
जाय रे
समय का
घोड़ा ॥
पल-पल बीत
रही जिन्दगानी,
कल
की चिन्ता
कर ले
प्राणी ।
ना
जाने कब
टूट पड़े,
माथे
पर काल
हथौड़ा,
दौड़ा
जाए रे
समय का
घोड़ा ॥
दशों
दिशाओं के
दरवाजे,
कहते
रोज बुलाकर
बाजे ।
बता
के दुनियाँ
वाले तूने,
कितना
पुण्य है
जोड़ा,
दौड़ा
जाए रे
समय का
घोड़ा ॥
चल
भाई करले
प्रभु की
भक्ति,
भक्ति
में है
अद्भुत शक्ति
।
इस
भक्ति ने
है करोड़ों,
लोगों
का पथ
मोड़ा,
दौड़ा
जाए रे
समय का
घोड़ा ॥
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