Odhi Ke Pankheru Vivah Bhajan ऑडी के पंखेरू

ऑडी के पंखेरू


ऑडी के पंखेरू विवाह मांडियो,
जर मर जानो हे मात,
ऑडी के पंखेरू विवाह मांडियो,
भई मारे पीसा ने परनाव,
साँवरियो बाबोसा रे लड़को।।

लोकि तो रोंदी रे,
लसपस लापसी,
ऊपर गाले हे खीर,
अरे रज ने जीमो मारा जोनियाँ ,
चिडिया परोसे हे दाल,
ऑडी के पंखेरू विवाह मांडियो।।

भीमालय जाईने तोरण मोंडियो,
लोकि उतारे हे नूर,
अरे मिली ने जाईने तोरण मोंडियो,
देखो विचारा सिंगार,
ऑडी के पंखेरू विवाह मांडियो।।



ऊंदरो जाईने मौसा बोलियों,
डूंगर खोसी हे तलवार,
जाईने मौका रो मातो मांडियो,
हुआ हे लोया रा थे लाल,
ऑडी के पंखेरू विवाह मांडियो।।

अरे मेलो सु मिनी बाई निचा उतरिया,
माथे लाडूङो री छाव,
अरे होमी ने धकियों रे गरजी गुजरो,
भोगियों मिनी रो मरोड़,
ऑडी के पंखेरू विवाह मांडियो।।

अरे स्वर गाती सोनी बाई निचा उतरिया,
लारे ऊर्जा रो दाव,
अरे मुखा रे त्रिलोकी चंद्र री विनती,
सुणजो ची ची लगाय,
मुखा रे त्रिलोकी चंद्र री विनती,
सुणजो ची ची लगाय,
ऑडी के पंखेरू विवाह मांडियो।।
    ✽✽✽✽✽ 

यह भजन भी देखे 

Darudiya Ne Algo Balo Re दारुढिया ने अलगो बालो रे

Aaj Bheruji Sonana Re Maay Bheruji Bhajan आज भेरुजी सोनाणा रे माय

Fakiri Chalno Khanda Ri Dhaar फकीरी चालणो खाण्डा री धार

Shani Dev Katha शनि देव की कथा

Sant kheteshwar Ji Ki Aarti संत श्री खेतेश्वर जी की आरती

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ